
✨ परिचय: टेस्ट क्रिकेट का कठिनतम कारनामा
टेस्ट क्रिकेट को क्रिकेट का शुद्धतम और सबसे कठिन प्रारूप माना जाता है। इसमें एक पारी में शतक लगाना ही बड़ी उपलब्धि होती है, लेकिन यदि कोई बल्लेबाज़ एक ही टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक लगाए, तो वह उपलब्धि क्रिकेट इतिहास में दर्ज हो जाती है। भारतीय क्रिकेट इतिहास में अब तक सिर्फ 7 ऐसे बल्लेबाज़ हुए हैं जिन्होंने यह कारनामा किया है।
2025 की ताज़ा खबर के अनुसार, रिषभ पंत इस विशेष क्लब में शामिल होने वाले 7वें भारतीय खिलाड़ी बन चुके हैं। आइए इस ऐतिहासिक यात्रा को विस्तार से जानते हैं।
📰 2025 की सबसे बड़ी टेस्ट खबर – रिषभ पंत का ऐतिहासिक प्रदर्शन
इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले (लीड्स) टेस्ट मैच में रिषभ पंत ने अपने करियर की सबसे यादगार पारियाँ खेली।
पहली पारी में उन्होंने 134 रनों की तेज़ तर्रार पारी खेली।
दूसरी पारी में फिर से उन्होंने 118 रन बनाए।
वो न सिर्फ़ पहले भारतीय विकेटकीपर बने जिन्होंने दोनों पारियों में शतक लगाया, बल्कि वे सातवें भारतीय बल्लेबाज़ बने जिनके नाम यह दुर्लभ रिकॉर्ड दर्ज हुआ।
📌 मुख्य विशेषताएं:
मैच इंग्लैंड के खिलाफ था।
पंत का स्ट्राइक रेट दोनों पारियों में 85+ रहा।
उन्होंने KL राहुल के साथ शतकीय साझेदारी की।
कप्तान रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में यह और भी विशेष हो गया।
सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट कर कहा:
> “KL की शांति और पंत की आक्रामकता – दोनों ने मैच को जिंदा रखा, बेहद खास प्रदर्शन।”
📜 इतिहास में झाँकें: टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज़
भारत के लिए अब तक 7 खिलाड़ी ऐसे रहे हैं जिन्होंने टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जमाया है। आइए इन नामों पर एक नज़र डालते हैं:
🥇 1. विजय हाजारे – 1948 बनाम ऑस्ट्रेलिया
पहली पारी: 116 रन
दूसरी पारी: 145 रन
हाजारे भारत के पहले ऐसे बल्लेबाज़ थे जिन्होंने यह कारनामा किया। ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ ये प्रदर्शन और भी खास था।
🥈 2. सुनील गावस्कर – तीन बार यह रिकॉर्ड
बनाम वेस्टइंडीज (1971, 1978), पाकिस्तान (1978)
गावस्कर अब तक के इकलौते भारतीय हैं जिन्होंने तीन बार यह कमाल किया।
1971 में उनका 124 और 220 रन का योगदान भारतीय क्रिकेट इतिहास का स्वर्णिम पन्ना है।
🥉 3. राहुल द्रविड़ – 1999 बनाम न्यूज़ीलैंड, 2005 बनाम पाकिस्तान
पहली बार: 190 और 103*
दूसरी बार: 110 और 135
‘द वॉल’ ने हर बार क्लासिक तकनीक और संयम से यह साबित किया कि वे क्यों सर्वश्रेष्ठ हैं।
🏅 4. विराट कोहली – 2014 बनाम ऑस्ट्रेलिया (एडिलेड)
पहली पारी: 115 रन
दूसरी पारी: 141 रन
कप्तान बनने के बाद विराट ने तुरंत दमदार प्रदर्शन कर यह बता दिया कि अगला युग उनका होगा।
🎖️ 5. अजिंक्य रहाणे – 2015 बनाम दक्षिण अफ्रीका
पहली पारी: 127 रन
दूसरी पारी: 100* रन
रहाणे का यह प्रदर्शन भारत की जीत की नींव बना।
🏆 6. रोहित शर्मा – 2019 बनाम दक्षिण अफ्रीका
पहली पारी: 176 रन
दूसरी पारी: 127 रन
टेस्ट में ओपनिंग करते हुए रोहित ने अपनी छाप छोड़ी और आलोचकों का मुँह बंद किया।
🌟 7. रिषभ पंत – 2025 बनाम इंग्लैंड
पहली पारी: 134 रन
दूसरी पारी: 118 रन
विकेटकीपर-बल्लेबाज़ के रूप में यह ऐतिहासिक उपलब्धि है।
📈 इस रिकॉर्ड का महत्व
टेस्ट क्रिकेट की दोनों पारियों में शतक जमाना सिर्फ़ फिटनेस नहीं, बल्कि मानसिक मजबूती, तकनीकी परिपक्वता, और परिस्थिति की समझ की परीक्षा होती है।
✅ चुनौतियाँ:
पिच की स्थिति बदलती है
विपक्षी गेंदबाज़ों की रणनीति बदलती है
मानसिक थकान रहती है
दबाव दोगुना होता है
इन सबके बावजूद लगातार दो पारियों में शतक बनाना एक असाधारण उपलब्धि मानी जाती है।
📊 रिषभ पंत का प्रभाव – स्टैट्स और ICC रैंकिंग
ICC टेस्ट रैंकिंग में रिषभ पंत टॉप 10 में प्रवेश कर गए हैं।
भारत के लिए WTC 2025 में यह पारी बोनस पॉइंट्स लेकर आई।
उनके स्ट्राइक रेट, अटैकिंग स्ट्रोक्स और स्टंप के पीछे प्रदर्शन को लेकर उन्हें “प्लेयर ऑफ द मैच” चुना गया।
🌐 सोशल मीडिया रिएक्शन
प्लेटफॉर्म प्रतिक्रियाएँ
ट्विटर #PantPower ट्रेंड कर रहा है
इंस्टाग्राम पंत और राहुल की इंस्टा रील्स वायरल
यूट्यूब विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया और एनालिसिस वीडियो
फेसबुक फैन्स का उत्साह, मीम्स और ट्रिब्यूट पोस्ट
🔍 टेक्निकल विश्लेषण – कैसे रिषभ पंत ने ये किया?
1. शॉट सेलेक्शन: पंत ने ऑफ-साइड में ड्राइव और फ्लिक्स का खूब इस्तेमाल किया।
2. फुटवर्क: स्विंगिंग कंडीशन में उन्होंने आउटस्विंग को लेट खेला।
3. अटैकिंग माइंडसेट: उन्हें बैकफुट कट और स्क्वेयर ड्राइव्स में महारत है।
4. स्पिन के खिलाफ: Jack Leach के खिलाफ स्वीप और रिवर्स स्वीप जैसे शॉट्स ने रनों की रफ्तार बढ़ाई।
🎯 भविष्य की झलक – क्या पंत बन सकते हैं ‘टेस्ट लीजेंड’?
अगर पंत इस तरह का प्रदर्शन जारी रखते हैं, तो वे:
भारत के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट विकेटकीपर बन सकते हैं
कप्तानी की दौड़ में आ सकते हैं
क्रिकेट की दुनिया में “Gilchrist-लेवल” पर पहचाने जाएंगे
🧠 निष्कर्ष: एक दुर्लभ क्लब, एक असाधारण खिलाड़ी
टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाना किसी भी बल्लेबाज़ का सपना होता है। भारतीय क्रिकेट में ऐसे केवल सात नाम हैं – और रिषभ पंत का नाम अब उनमें से एक है। यह रिकॉर्ड न केवल उनके करियर में एक मील का पत्थर है, बल्कि भारतीय क्रिकेट को नई दिशा भी देता है।